कठपुतली कला की ‘मुस्कान’

Shreedevi Sunil at the event

Shreedevi Sunil at the event

कोलकाता के भारतीय संग्रहालय में प्रभा खेतान फ़ाउंडेशन तथा एजुकेशन फ़ॉर ऑल के संयुक्त उद्यम मुस्कान के तत्वावधान में कठपुतली शो का आयोजन किया गया। इस आयोजन में अलग अलग स्थानीय एनजीओ से जुड़े क़रीब 70 बच्चों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में बच्चों का परिचय कठपुतली कला से करवाया गया।

कठपुतली शो के बाद कठपुतली कलाकार श्रीदेवी सुनील के साथ बातचीत के सत्र का आयोजन किया गया। श्रीदेवी इस कार्यक्रम के लिए विशेष रूप से मुंबई से आई थी। श्रीदेवी ने कठपुतली कला से बच्चों को परिचित करवाया और उन्हें कठपुतली के माध्यम से एक शानदार कहानी सुनाई। इसके बाद उन्होंने एक-एक बच्चे से बातचीत की और उन्हें कागज से कठपुतली बनाना सिखाया।

श्रीदेवी जी एक जानी-मानी कठपुतली कलाकार हैं। उन्होंने बताया कि “कठपुतली कला अभिव्यक्ति का बहुत अच्छा माध्यम है, जिससे दर्शकों का अच्छा मनोरंजन होता है। मुस्कान से जुड़े बच्चों से बातचीत के इस सत्र में मुझे बहुत मजा आया।”

बच्चों को कठपुतली कला का यह प्रदर्शन बहुत पसंद आया और बातचीत के सत्र में भी उन्होंने बढ़ चढ़कर भाग लिया। कठपुतली बनाने की कला में भी बच्चों ने उत्साह के साथ भाग लिया। कार्यक्रम के बाद बच्चों को भोजन भी करवाया गया।

भारतीय संग्रहालय के निदेशक अरिजित दत्ता चौधरी ने कहा कि “ भारतीय संग्रहालय कोलकाता एक सांस्कृतिक संस्था है और इसलिए वह मूर्त तथा अमूर्त कलाओं से जुड़ी भारतीय धरोहरों को बढ़ावा देते अपने आयामों को विस्तार दे रही है। भारतीय कठपुतली कला परंपरागत मनोरंजन के आरम्भिक रूपों में एक है।”

“कठपुतली कला अभिव्यक्ति का बहुत अच्छा माध्यम है, जिससे दर्शकों का अच्छा मनोरंजन होता है।

उन्होंने कहा कि, “मुस्कान के साथ सहयोग करके बहुत अच्छा लगा, शहर के अलग अलग हिस्सों से हाशिए के समाज के बच्चे परंपरागत मनोरंजन को बढ़ावा देने तथा उनके संरक्षण के मकसद से यहां जुटे। इस कार्यक्रम के माध्यम से नैतिक मूल्यों को लेकर संदेश भी उन बच्चों में गया। इसके लिए मुस्कान के साथ जुड़कर काम करने में बहुत अच्छा लगा।”

वेबिनार, अलग अलग तरह के पाठ्यक्रमों तथा वर्कशॉप के माध्यम से मुस्कान का लक्ष्य बच्चों के बीच कौशल विकास को बढ़ावा देना है। मुस्कान का मकसद भारत में बच्चों के बीच कला, संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहर तथा साहित्य को लोकप्रिय बनाना तथा उसकी शिक्षा देना है। इसके लिए मुस्कान बच्चों को तरह – तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से जोड़ता है, जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रम, कथावाचन, थिएटर, नृत्य, संगीत तथा रूपंकर कलाएँ। इसके लिए मुस्कान राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से सहयोग लेता है। इसके अलावा, मुस्कान ज़रूरतमंद बच्चों की तरह तरह से मदद करता है, जैसे उनके लिए कोचिंग क्लासों का आयोजन; किताब-कॉपी-स्टेशनरी का वितरण; उनके बेच पोषक भोजन का वितरण तथा साफ-सफाई के बुनियादी सामान देना। मुस्कान को श्री सीमेंट लिमिटेड के द्वारा अपनी सीएसआर गतिविधि के तहत मदद दी जाती है।